वैवाहिक जीवन में प्यार की राह को करें आसान...
वैवाहिक जिंदगी के जिस हिस्से को नजरअंदाज करेंगे वह गायब हो जाएगा विशेषकर रोमांस। अधिकतर जोडों के बारे में सच यही है कि वे रोमांटिक रिलेशन से उतना ही आनंद ले पाते हैं जितना उस पर ध्यान देते हैं। सुपर लव इस पर भी निर्भर है कि समय के साथ 2 व्यक्तियों के बदच जो कामुक चक्र विकसित होता है, उसे स्वीकार कर लिया जाए। मसलन, प्रत्येक शनिवार को रोमांस में लिप्त होना बोरियत की निशानी नहीं है, बल्कि जो साझा कामुक चक्र विकसित हुआ है उस का लाभ उठाना है। यहचक्र उस समय विकसित होता है जब साथियों में एकदूसरे से तालमेल बैठ जाता है। जीवन में हर चीज चक्र की तहर घूमती है और सुपर रोमांस नतीजा है इन चक्रों को सीखने का, जागरूक होने का, आपस में कम्यूनिकेट करने और बदालव लाने का।