रोक लें अपने प्यारभरे रिश्ते की शाम को ढलते-ढलते
सहजता से लें
हर विषय को सहजता से लेने की कोशिश करें। जबरदस्ती उन्हें
मुद्दा बनाने से कुछ हासिल नहीं होगा। सामने वाले की बात को धैर्य से सुनिए
व समझिए। पहले उसे अपनी बात समझाने का प्रयास जरूर करिए। संबंधों को जितनी
सहजता से लेंगे, संबंध उतने ही बेहतर रह पाएंगे।