शुरुआती रिलेशनशिप में गर्लफ्रेंड को बिल्कुल ना बताएं ये बातें, नहीं तो टूट जाएगा रिश्ता
रिलेशनशिप की शुरुआत में गर्लफ्रेंड को सारी बातें नहीं बताई जाती हैं, खासकर अगर रिश्ता नया हो। इस समय दोनों एक-दूसरे को जानने और समझने की कोशिश में होते हैं। ऐसे में अपनी सारी पर्सनल बातें तुरंत शेयर करना सही नहीं हो सकता है। धीरे-धीरे विश्वास और बढ़ने पर आप एक-दूसरे के साथ अधिक सहज महसूस करने लगते हैं और अपनी बातें शेयर करने में भी कंफर्टेबल महसूस होती है। शुरुआत में कुछ बातें अपने पास रखना सामान्य है और इससे रिश्ते में एक रोमांच और उत्सुकता बनी रहती है। जैसे-जैसे रिश्ता गहरा होता है, आप दोनों एक-दूसरे के साथ अधिक खुलकर बात कर सकते हैं और अपने विचार और भावनाएं साझा कर सकते हैं।
पुराने रिश्तों की कहानियां
शुरुआती रिलेशनशिप में गर्लफ्रेंड को अपने पुराने रिश्तों की कहानियां बताना सही नहीं हो सकता है। इससे नए रिश्ते में नकारात्मकता आ सकती है और गर्लफ्रेंड को लगता है कि आप अभी भी पुराने रिश्तों में उलझे हुए हैं। अपने पुराने रिश्तों की तुलना में नए रिश्ते को महत्व देना और उसे समय देना बेहतर होता है। इससे नए रिश्ते में विश्वास और सामंजस्य बढ़ता है और आप दोनों एक-दूसरे के साथ अधिक सहज महसूस करने लगते हैं। पुराने रिश्तों की कहानियों को साझा करने से पहले रिश्ते को थोड़ा समय देना और विश्वास बढ़ने का इंतजार करना बेहतर हो सकता है। इससे रिश्ता मजबूत और गहरा बनेगा।
पर्सनल आर्थिक स्थिति
शुरुआती रिलेशनशिप में अपनी पर्सनल आर्थिक स्थिति के बारे में बात करना सही नहीं हो सकता है। इससे गर्लफ्रेंड को लगता है कि आप पैसे को लेकर ज्यादा चिंतित हैं और रिश्ते में आर्थिक स्थिति को महत्व दे रहे हैं। शुरुआत में अपने आर्थिक स्थिति के बारे में ज्यादा खुलासा करने से रिश्ते में अनावश्यक दबाव आ सकता है। बेहतर होगा कि आप दोनों एक-दूसरे को जानने और समझने पर ध्यान दें और आर्थिक स्थिति की चर्चा बाद में करें। जब रिश्ता गहरा हो जाए और आप दोनों एक-दूसरे के साथ सहज महसूस करने लगें, तब आर्थिक स्थिति पर चर्चा करना अधिक उचित होगा। इससे रिश्ते में स्पष्टता और समझदारी आएगी।
परिवार की निजी समस्याएं
शुरुआती रिलेशनशिप में परिवार की निजी समस्याओं के बारे में बात करना सही नहीं हो सकता है। इससे गर्लफ्रेंड पर अनावश्यक दबाव आ सकता है और वह रिश्ते में असहज महसूस कर सकती है। परिवार की निजी समस्याओं को साझा करने से पहले रिश्ते में विश्वास और सामंजस्य बढ़ने का इंतजार करना बेहतर होता है। जब आप दोनों एक-दूसरे के साथ सहज महसूस करने लगें और रिश्ता गहरा हो जाए, तब परिवार की समस्याओं पर चर्चा करना अधिक उचित होगा। इससे रिश्ते में समर्थन और समझदारी आएगी और आप दोनों एक-दूसरे के साथ अधिक मजबूती से जुड़ पाएंगे।
अपनी सभी कमजोरियां और पास्ट की गलतियां
शुरुआती रिलेशनशिप में अपनी सभी कमजोरियों और भूतकाल की गलतियों के बारे में बात करना सही नहीं हो सकता है। इससे गर्लफ्रेंड को लगता है कि आप अभी भी अपनी पुरानी गलतियों में उलझे हुए हैं और रिश्ते में पूरी तरह से नहीं हैं। अपनी कमजोरियों और गलतियों को साझा करने से पहले रिश्ते में विश्वास और सामंजस्य बढ़ने का इंतजार करना बेहतर होता है। जब आप दोनों एक-दूसरे के साथ सहज महसूस करने लगें और रिश्ता गहरा हो जाए, तब अपनी कमजोरियों और गलतियों पर चर्चा करना अधिक उचित होगा। इससे रिश्ते में ईमानदारी और समर्थन आएगा और आप दोनों एक-दूसरे के साथ अधिक मजबूती से जुड़ पाएंगे।
नकारात्मक विचार और शिकायतें
शुरुआती रिलेशनशिप में अपने नकारात्मक विचार और शिकायतें साझा करना सही नहीं हो सकता है। इससे गर्लफ्रेंड को लगता है कि आप नकारात्मकता से भरे हुए हैं और रिश्ते में सकारात्मकता नहीं है। शुरुआत में सकारात्मक और उत्साही बने रहना बेहतर होता है और नकारात्मक विचारों और शिकायतों को बाद के लिए छोड़ देना चाहिए। जब रिश्ता गहरा हो जाए और आप दोनों एक-दूसरे के साथ सहज महसूस करने लगें, तब नकारात्मक विचारों और शिकायतों पर चर्चा करना अधिक उचित होगा। इससे रिश्ते में समझदारी और समर्थन आएगा और आप दोनों एक-दूसरे के साथ अधिक मजबूती से जुड़ पाएंगे।
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