टीनएजर से ना हो मनमुटाव

टीनएजर से ना हो मनमुटाव

अक्सर मांएं कहती हैं कि पेरेंट होने के नाते मैं उनकी कई बातों को नजरअंदाज तक कर देती हूं, लेकिन आखिर क्या-क्या नजरअंदाज करूं। खाने के लिए टोकते हुए मुझे गुस्सा आ जाता है, उसके बाद तो गृह युद्ध तय है।