कम पानी पीने के बावजूद जाना पड़ता है बार-बार टॉयलेट, हो सकते हैं यह कारण
सर्दी अपने जोर पर है। इसके चलते हमें जहाँ ठंड से मुकाबला करना पड़ रहा है
वहीं दूसरी ओर हमें बार-बार पेशाब के लिए मूत्रालय के दर्शन भी करने पड़
रहे हैं। ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ मेरे साथ ही हो रहा है। यह समस्या दस में
आठ व्यक्तियों के साथ है। इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है, जिनमें भी
कुछ ऐसी हैं जो पेशाब को रोक पाने में असमर्थ होती हैं। वैसे, तो ठंड के
मौसम में 5-6 बार से ज्यादा बार मूत्रालय जाना एक आम बात है, लेकिन अगर आप
कम पानी पीते हैं और फिर भी आपको इस समस्या से जूझना पड़ता है तो आपको कारण
जानने की कोशिश करनी चाहिए।
इस मामले में चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना
है कि हर व्यक्ति के साथ पेशाब आने की परिस्थिति अलग-अलग होती है। फिर भी
एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में 4 से 10 बार कभी भी मूत्रालय जा सकता है। इसके
आने का समय या मात्रा आपकी उम्र, दवा, डायबिटीज, मूत्राशय का आकार, जैसे कई
कारकों पर निर्भर करता है। वहीं, महिलाओं में प्रेगनेंसी और डिलीवरी के
बाद के सप्ताह में बार-बार पेशाब आना सामान्य है।
आइए डालते हैं एक नजर उन कारणों पर जिनकी वजह से बार-बार पेशाब आता है...
किडनी में इंफेक्शन
कम पानी पीने का असर सबसे ज्यादा आपकी किडनी
पर पड़ता है। किडनी में इंफेक्शन होने पर भी बार-बार टॉयलेट आता रहता है।
वहीं, हर बार टॉयलेट करने पर जलन भी बढ़ती रहती है, इसलिए कोई भी परेशानी
होने पर टेस्ट जरूर कराएं।
यूरिनरी ब्लैडर का ज्यादा एक्टिव होना
बार-बार
टॉयलेट आने का सबसे बड़ा कारण यूरिनरी ब्लैडर (मूत्राशय) का ज्यादा एक्टिव
होना हो सकता है। इसकी वजह से बार-बार टॉयलेट आता है, अगर पेशाब को एकत्र
करने में ब्लैडर की क्षमता कम होने या दबाव बढऩे पर थोड़ा भी पानी पीने पर
टॉयलेट बहुत तेजी से आता है और कई बार इसे रोककर रखना बहुत मुश्किल हो जाता
है।
शरीर में शुगर बढऩे पर
डायबिटीज में भी बार-बार टॉयलेट
आता रहता है। खासकर टाइप-2 डायबिटीज वाले लोगों को बहुत परेशानी होती है।
ब्लड में शुगर की मात्रा बढऩे पर यह समस्या बढ़ जाती है। इससे आपको टॉयलेट
करने में थोड़ी जलन भी महसूस हो सकती है।
यूरीनल ट्रैक्ट इंफेक्शन
अगर
आपको यूरीनल ट्रैक्ट इंफेक्शन है, तो आपको इस समस्या का सामना करना पड़
सकता है। इस स्थिति में बार-बार टॉयलेट आने के साथ ही टॉयलेट में जलन और कई
बार दर्द भी होता है।
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