जानिए:मेल बेस्ट फ्रेंड होने के फायदे व नुकसान
कई शादियां या रिलेशनशिप केवल इसलिये नहीं चल पाते क्योंकि पुरूष और महिला एक दूसरे को ठीक से समझ ही नहीं पाते। ऐसे में यदि आप चाहती हैं कि आपका पक्का दोस्त यानी की बेस्ट फ्रेंड कोई पुरूष हो तो कई लोगों की भौंहे शक के मारे ऊंची हो जाती हैं। हम आमतौर पर तब रूढिवादी सोच अपना लेते हैं जब कोई लडकी किसी लडके को अपना बेस्ट फ्रेंड कहने लगती है।
एक समाज के रूप में हम कई तरीको से आगे बढ चुके हैं, उदाहरण के तौर पर लिव इन रिलेशनशिप, अतिरिक्त वैवाहिक मामले या फिर वन नाइट स्टैंड आदि। पर जब एक लडकी किसी लडके को अपना बेस्ट फ्रेंड बताती है तो हमें यह बात हजम नहीं हो पाती। तो आज चलिये हम इस सिक्के के दोनों पहलुओं की ओर नजर डालने की कोशिश करते हैं और जानते हैं कि मेल बेस्ट फ्रेंड होने के क्या-क्या फायदे हैं और क्या नुकसान।