रिश्तों में प्यार के साथ-साथ जरूरत...
अपने खुद के रिश्तों में बढती उलझनों को सुलझाने तक की सुध उन्हें नहीं रहती, क्योंकि ये सब उन्हें समय की बर्बादी लगने लगती है। बातचीत से समस्या सुलझाने की बजाय अपनी अपनी दुनिया में बिजी रहना उन्हें ज्यादा भाता है।