चंद्र ग्रहण पर गर्भवती महिलाएं ना करें ये गलतियां
16 जुलाई को चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2019) लगने वाला है। इसे पूरे भारत (India) में देखा जा
सकेगा। अनुमान है कि चंद्र ग्रहण करीब तीन घंटे तक रहेगा। यह 16 जुलाई की
रात करीब 1 बजकर 32 मिनट पर लगेगा और 4 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगा। इस बार चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) और गुरु
पूर्णिमा पर्व (Guru Purnima 2019) एक साथ पड़ रही हैं। गुरु पूर्णिमा पर यह लगातार दूसरे वर्ष
चंद्रग्रहण लग रह है। वहीं, 16 जुलाई यानी मंगलवार को चंद्र ग्रहण रात 1:31
से शुरू होकर 17 जुलाई सुबह 4:31 बजे तक रहेगा।
इस क्रम में चंद्र
ग्रहण के नौ घंटे पूर्व 16 जुलाई को सूतक लगने के कारण शाम 4:30 से मंदिरों
के कपाट बंद हो जाएंगे। बता दें कि पिछली साल भी गुरु पूर्णिमा के दिन
चंद्र ग्रहण पड़ा था। पिछले साल 27 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर ही खग्रास
चंद्रग्रहण था। पहले इस ग्रहण की अवधि 3 घंटे 51 मिनट थी।
ज्योतिष
के अनुसार, 1870 यानि डेढ़ सदी के बाद गुरु पूर्णिमा पर चन्द्रग्रहण का योग
पड़ रहा है। तीन साल की अवधि वाले चन्द्रग्रहण का विभिन्न राशियों के जातकों
पर अच्छा तो किसी राशि पर मिश्रित प्रभाव पड़ेगा। गुरु पूर्णिमा पर शिष्यों
को सूतककाल लगने से पहले ही गुरुओं की पूजा कर आशीर्वाद लेना शुभ होगा।
गर्भवती महिलाओं पर चंद्र ग्रहण का असर...
माना जाता है कि किसी
भी ग्रहण असर सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं पर होता है। क्योंकि ग्रहण के
वक्त वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा काफी ज्यादा रहती है।
ज्योतिषाचार्यों
द्वारा ग्रहण काल के दौरान गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलने की
सलाह दी जाती है। बाहर निकलना जरूरी हो तो गर्भ पर चंदन और तुलसी के
पत्तों का लेप कर लें। इससे ग्रहण का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर नहीं
होगा।
ग्रहण काल में रखें ये सावधानियां...