चंदन एक रूप अनेक

चंदन एक रूप अनेक

चंदन में ऎटीबायोटिक तत्व तो होते ही हैं साथ ही ये अपने प्राकृतिक औषधीय गुणों के कारण आपकी खूबसूरती में भी चार चांद लगता है। टीनएजर्स को कील मुंहासों की समस्या होना एक आम बात है। चंदन का लेप कील मुंहासों से छुटकारा दिलवा सकता है। चंदन एक ऎटीबायोटिक तत्व है। जो स्किन को किसी भी प्रकार के विषाणु से मुक्त कराता है। किसी भी तरह के फोडे-फुंसी, घाव आदि सभी को चंदन के नियमित प्रयोग से हटाया जा सकता है। 1-चेहरे पर कील-मुंहासों के बाद दाग-धब्बे रह जाते हैं तो चेहरे पर चंदन के लेप से साफ किया जा सकता है। चंदन का लेप कील-मुंहासों को ही ठीक नहीं करता, बल्कि स्किन को साफ और नमी प्रदान करता है। 1/2 चम्मच हलदी पाउडर, 1 चम्मच चंदन पाउडर मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इससे कम से कम 15-20 मिनट लगाए रखने से केवल कील-मुंहासे ही कम नहीं होते, इससे आपका चेहरा भी खिल जाता है।
2-चंदन पाउडर, हल्दी और नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं। आधे घंटे बाद पानी से चेहरा साफ कर लें। इससे आपकी स्किन दागरहित और नर्म हो जाएगी।
3-दूध में चंदन पाउडर और हल्दी मिलाकर इसके साथ चुटकी भर कपूर भी मिला सकते हैं। इन सब को मिलाकर अच्छे से पेस्ट तैयार करें। फिर इस लेप की चेहरे पर मालिश कर रातभर लगा रहने दें। इससे चेहरे के दाग-धब्बे तो दूर होंगे ही साथ में आपको ठंडक का भी एहसास होगा।
4-चंदन पाउडर में काले चने का पाउडर समान मात्रा में मिलाकर दूध या गुलाब जल के साथ मिलाकर चेहरे पर लगा कर रात भर रखने से आप कील-मुंहासों को हमेशा के लिए बाय=बाय कह सकते हैं।
5-चंदन पाउडर और रोज बाटर का पेस्ट नियमित लगाने से अगर आप की स्किन तैलीय है तो मुंहासे नहीं रहेगें। चंदन के पेड दक्षिण भारत में ज्यादा पाये जाते हैं। यह बहुत कीमती पेड होता है। चंदन का प्रयोग प्राचीन काल से चला आ रहा है। खासकर आयुर्वेद में तो चंदन का प्रयोग खूब किया जाता है। किसी प्रकार के घाव, फोडे-फुंसी, कटना-छिलना आदि सभी पर चंदन के लेप से आराम मिलता है। साथ ही चंदन के उबटन शादी से पहले नववधू लगाती है। ताकि उसके चेहरे और काया की चमक बनी रहे। यह एक प्राकृतिक पदार्थ है, इसलिए इसके नियमित प्रयोग से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता।
चंदन की खूबियां
शरीर के किसी भाग पर खुजली होने पर चंदन पाउडर में हल्दी और 1 चम्मच नींबू का रस मिलाकर लगाने से खुजली तो दूर हो जाएगी साथ में लालपन भी कम होता है। चंदन में कीटाणुनाशक विशेषता होने की वजह से यह हर्बल एंटीसेप्टिक है, इसलिए किसी भी प्रकार के छोटे घाव और खरोंच को ठीक करता है। यह जलने से हुए घाव को भी ठीक कर सकता है। शादी से पहले जब नववधू उबटन लगाए तो हल्दी में चंदन मिला कर लगाने से स्किन में निखार आएगा। मच्छर या खटमल के काटे पर सूजन और खुजली हो जाती है तो चंदन का लेप लगाया जा सकता है। चंदन का तेल सूखी स्किन के लिए गुणकारी होता है यह सूखी स्किन को नमी प्रदान करता है। शरीर के किसी भाग का कलर काला पड गया हो तो 2 चम्मच बादाम का तेल, 5 चम्मच नारियल का तेल और 4 चम्मच चंदन पाउडर मिलाकर उस खुले भाग पर लगाएं। इससे कालापन तो जाएगा ही, फिर से स्किन काली नहीं होगी। किसी को अधिक पसीना आता है, तो चंदन पाउडर में पानी मिला कर बदन पर लगाने से पसीना कम होगा । चंदन पाचन क्रिया को ठीक करता है। चंदन का किसी भी रूप में प्रयोग गुणकारी होता है। चाहे आप इसको तेल, पाउडर, साबुन आदि किसी भी रूप में हो, चंदन शरीरिक प्रक्रिया का संतुलन बनाता है। साथ में स्त्रायुतंत्र और श्वास प्रक्रिया को मजबूत बनाता है।