ना आये सोलह श्रृंगार में कमी, इसे पढें

ना आये सोलह श्रृंगार में कमी, इसे पढें

माथे पर चमकती गोल बिंदी, कलाइयों में खनकती लाल कांच की चूडियाँ हों या मांग में सजा सिन्दूर हो या गले में पहना गया मंगलसूत्र, पांव में इठलाते बिछुए हों या खनकती पायल, जब इन सभी का ध्यान आता है, तो आंखों के आगे एक सुहगिन स्त्री की छवि उभर आती है। क्या आप जानती हैं कि सुहाग के इन चिह्चों की आनी एक अलग ही जबां है।