राजेश खन्ना ने डिंपल को चांदनी रात में...था प्यार का इजहार
बाबू
मोशाय, जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ में है जहांपनाह! उसे ना तो आप बदल
सकते हैं, ना मैं। हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं, जिनकी डोर ऊपर की
उंगलियों में बंधी है, कब, कौन, कैसे उठेगा, यह कोई... बॉलीवुड की फिल्म
आनंद का यह डॉयलॉग आज भी लोगों को याद है। अपने जमाने के सुपरस्टार राजेश
खन्ना और डिंपल कपाडिया के घर जन्मी ट्विंकल और राजेशा खन्ना का जन्मदिन एक
साथ ही आता है। यानी के 29 दिसंबर को।
राजेश खन्ना का जन्म 29
दिसंबर 1942 को और मुत्यु 18 जुलाई 2012 हुई। राजेश खन्ना हिन्दी सिनेमा के
एक सफल अभिनेता, निर्देशक और निर्माता थे। उन्होंने कई हिन्दी फिल्में
बनायीं और राजनीति में भी एंट्री ली। वे नई दिल्ली लोक सभा सीट से पांच साल
1991-96 तक कांगे्रस पार्टी के सांसद रहे। बाद में उन्होंने राजनीति से
सन्यास ले लिया।