सूर्य को जल देते समय भूलकर भी न करें ये गलती
उगते
हुए सूर्य को जल चढ़ाने की परंपरा कई सदियों से चली आ रही है। यह हम अपने
घर में भी बचपन से देखते आ रहे है कि दादी, नानी हर सुबह उगते हुए सूर्य को
जल जरूर देती हैं। कहते हैं, सूर्य को जल चढ़ाने से कई तरह के लाभ होते
हैं।
शास्त्रों के अनुसार, सुबह के समय सूर्य को अर्घ्य देते कुछ
ऐसी बातें हैं जिनका खास ध्यान रखना होता है। क्योंकि अगर सूर्य को अर्घ्य
देते हुए ये गलतियां हो जाती हैं तो भगवान प्रसन्न होने के बजाय क्रोधित हो
जाते हैं। सूर्य को शांति व शालीनता प्रदान करने का प्रतीक माना गया है।
इसलिए सूर्य को जल चढ़ाते हुए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि
जरा सी भी गलती भगवान को नाराज कर सकती है। हर रोज सूर्य को जल चढ़ाने के
क्या फायदें हैं, आइए जानते है।
सूर्यदेव
को जल चढ़ाने के लिए हर रोज सुबह उठकर स्नान के बाद तांबे के लोटे में
जलभर कर, उसमें कुमकुम और चावल मिलाकर सूर्यदेव को जल देना चाहिए। ध्यान
रखें यह जल किसी के पैर पर न लगे।
सूर्य को जल देते समय ओम सूर्याय नम:
का जाप करने से बहुत लाभ होता है। ऐसा करने से सूर्यदेव आपकी सारी समस्याओं
को खत्म कर देते हैं।
जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर हो उन्हें हर रोज सूर्य को जल देना चाहिए। इससे उनका आत्म विश्वास मजबूत होता है।
सूर्य को जल देने से समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है। सूर्य को जल देते समय अपना मुख पूर्व दिशा की तरफ रखें।