मधुमेह: एक प्याला कॉफी, फायदे अनेक
डायबिटीज मुख्यत: दो प्रकार की होती है -
इंसुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज या जुवेनाइल डायबिटीज, जो आनुवांशिक भी होती है।
पहले इसे अडल्ट ऑनसेट डायबिटीज के नाम से भी जाना जाता था। तब यह पहले 40 से ज्यादा की उम्र में बदलते रहन-सहन और बढते मोटापे के कारण होती थी मगर अब यह बीमारी वयस्कों और यहां तक कि 10 या उससे कम उम्र के बच्चों में भी देखी जाने लगी है। इसके बाद इसका अडल्ट ऑनसेट से इस्तेमाल बंद कर दिया गया।
मधुमेह के ये दोनों कारण ही शरीर में अनियंत्रित ग्लूकोज की वजह से होते हैं। कई बार खाना खाने के बाद शरीर मे ग्लूकोज का स्तर सामान्य से कहीं ज्यादा बढ जाता है।
मधुमेह के कारणों के बारे में निश्चित रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसमें कई बार पेनक्रियाज शरीर में इंसुलिन की कम या अधिक मात्रा में सृजन करता है या कोशिकाएं ही इंसुलिन का प्रतिरोध करने लगती हैं या ये दोनों ही कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमेह अनुवांशिक होता है परंतु अन्य कारणों से भी इस बीमारी के होने का खतरा बना रहता है।
इन कारणों में शामिल हैं- शारीरिक श्रम का अभाव, एक ही जगह बैठे रहना, मोटापा, बढती उम्र, अनियमित डाइट, मधुमेह की पारिवारिक पृष्ठभूमि, पेनक्रियाज में समस्या, एथनीसिटी या अन्य बिमारियां।