जंवा दिखना है तो लिजिए पूरी नींद

जंवा दिखना है तो लिजिए पूरी नींद

कहते है कि गहरी और अच्छी नींद लेने से आप अपने सौंदर्य और स्वस्थ को पूर्ण रूप से बनाए रख सकती है और अगर किसी कारण वंश नींद ठीक से नहीं आ रही है तो यह चिंता की बात हैं रात भर गहरी नींद सोने वाले दिन भर तरोताजा महसूस करते है ऎसे में उनका मन प्रसन्न तो रहता ही है बल्कि कई बीमारियों व रोगों से भी दूर रहते हैं दूसरे शरीर में स्फूर्ति बनी रहें तो हर काम में मन लगा रहता है। चाहे बच्चो, बूढे, जवान ही क्यों न हों। अगर नींद पूरी न हो तो कई रोग होने का डर हैं ऎसे में व्यक्ति दिन भर सुस्त, चिडचिडे हो जाते है किसी भी काम में मन नहीं लगता और इनके शरीर में रोगाणुओं से लडने की क्षमता गहरी नींद सोने वालों की अपेक्षा अत्यधिक कम होती है अगर जिन लोगों को रात में ठीक से नींद आती है तो ऎसे लोगों को बीमारियों के भी शिकार हो जाते हैं। ऎसे लोगों का शरीर इंसुलिन नामक हरमोन के प्रतिकम संवेदनशील होता है और वे आगे चल कर डायबिटीज, मोटापा, और उच्चा रक्तचाप जैसी बीमारियों से पीडित देखें जाते हैं।

क्यों नही आती नींद

सोने से पहले सारी चिंताओं को अपने साथ लेकर सोना । कुछ आंकडो के अनुसार महिलाएं इस रोग की शिकार ज्यादा होती हैं। अनिद्र के मुख्यत:  लोग शिकार होते हैं।
1.कलहयुक्त माहौल में रहने वाले।
2.तलाक शुदा
3.स्टै्रस, चिंता और अवसाद से ग्रस्त रहने वाले
4.जिनके बैडरूम का तापमान गरम या ठंडा रहना
5.पति-पत्नी के बीच संबंधों का ठीक न होना
6.परीक्षा की तैयारीकरने वाले
7.शराबी और कोई नशा करने वाले
8.मानसिक रोगी
9.बुखार, खांसी, दर्द, सांस की बीमारी से ग्रस्त रहने वाले।
10.ऑफिस, व घर-परिवार की चिंता के कारण।

शांति से सोने के फायदे

रात भर चैन की नींद लेने के बाद आप जब सुबह उठते हैं तो आपका मन काफी प्रसन्न और शरीर स्फूर्तिदायक होता है जिससे काम करने में मन लगता है और दिन भर आप अपने आपको चुस्त और ऊर्जावान पाते हैं। आप नियमित एक्सरसाइज करें, खानपान में तैलीय चीजों का सेवन कम कर दें। इसके अतिरिक्त चैन की नींद लेना चाहते हैं तो चाय की मात्रा को भी सीमित कर दें, क्योंकि चाय या कॉफी की अत्यधिक मात्रा नींद को उडाती है जबकि शरीर को स्वस्थ और प्रसन्नचित्त रखने के लिए कम से कम 6 से 7 घंटे नींद आवश्यक है।

कुछ नियम बनाएं
सुबह जल्दी उठकर किसी पार्क में घुमने जाएं, योगा करें। सुबह की धूप के नियमित सेवन से मिलैटोनिन नामक हारमोन के निर्माण में वृद्धि होती है, जो गहरी नींद में सहायक होता है। दोपहर के बाद चाय-काफी न लें। जिन लोगों को नींद न आने की परेशानी होती हैं वे लोग कैफीन के प्रति संवेदनशील होने के कारण चाय-काफी पीने से बचते हैं और अगर कहीं यह परेशानी आप को भी है तो आप भी इससे बचें।

सोने के लिए शांत वातावरण- आप बैडरूम का इस्तेमाल केवल सोने और सैक्स के लिए करें। अगर 10-15 मिनट तक बिस्तर पर लेटने के बाद भी नींद न आए तो बिस्तर को छोड दें और दोबारा तब तक न जाएं जब तक नींद न आने लगे। नींद को अपने पास बुलाने के लिए कुछ देर तक कोई किताब पढें। बैडरूम पूरी तरह शांत वातावरण यानी शोर शराबे से दूर हो तथा उसका तापमान भी सामान्य होना चाहिए न तो ज्यादा गरम, न ही ज्यादा ठंडा हो।

स्टै्रस की स्थिति में पहुंचना-
जब आप गहरी नींद नहीं सोते तो आप का शरीर स्ट्रैस की स्थिति में पहुंच जाता है इससे उच्चा रक्तचाप भी हो सकता है, और फिर ऎसी ही स्थिति में शरीर में स्टै्रस हारमोन का बनना बढ जाता है। इन्हीं की वजह से हार्टस्ट्रोक व हाटअटैक आने का डर रहता है। स्टै्रस से ही हारमोन नींद में बाधा पहुंचाने का काम करता हैं, इसके लिए जरूरी है कि आप रिलैक्सेशन तकनीक को जानें ताकि स्ट्रैस के प्रभाव को कम किया जा सके। इससे नदीं न आने की समस्या दूर हो जाती है।

स्ट्रैस हारमोन बढने से शरीर में सूजन आ जाती है जिससे कैंसर, डायबिटीज, हार्ट इत्यादि की बीमारियां बढने की आशंका रहती है। जो लोग सुकून भरी नींद लेते हैं वे इन बीमारियों से दूर रहते हैं। डाक्टर से संपर्क करें पूरी तरह से दिनचर्या बदलने के बाद भी यदि आपको रात में अच्छी नींद नहीं आती है तो तुरन्त अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें। हो सकता है कि आपको स्लीप डिसऑर्डर नामक बीमारी हों। डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई को लेने से आप चैन की नींद सो सकते हैं लेकिन इन दवाइयों का सेवन आपको अपने डॉक्टर के बताए हुए निर्देशानुसार ही करना चाहिए।