श्री कृष्ण हैं जीवन का आधार
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के माध्यम से अर्जुन को अनासक्त कर्म यानी बिना फल के इच्छा किये बिना कर्म करने की प्रेरणा दी। इसका परिणाम उन्होंने अपने निजी जीवन में भी प्रस्तुत किया। मथुरा विजय के बाद में उन्होंने वहां राज्य नहीं किया।