सेक्स के प्रति आज भी नजरिया...
शादी के बाद महिला पुरूष, जो एकदूसरे से अपरिचित होते हैं, उनके लिए तुरंत एकदूसरे के प्रति जुडाव उत्पन्न हो जाना संभव नहीं है। विवाह से पहले आपसी संबंध हों तो बेशक बाद में एकदूसरे को अपनाने में दिक्कत नहीं आती है। सच तो यह है कि सिकी भी पतिपत्नी में जुडाव का पहले स्तर शारीरिक ही होता है। मांबाप द्वारा तय किए गए विवाहों में विवाह की अपेक्षा प्रेम कुछ समय बाद उपजता है, जो वास्तव में समर्पण का ही परिणाम है। यौन संबंध हमारे जीवन कासबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इस के बावजूद भारतीय समाज में अभी भी संबंधों पर खुल कर बात नहीं की जाती है, न ही पुरूष के सामने महिला अपने नैसकर्गक इच्छा को आगे बढ कर जाहिर करती है।