...तो शुरू होता है बुरा समय, ये होते हैं कारण!
कब आता है बुरा समय...
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार व्यक्ति का बुरा समय अधिकतर जन्म चंद्र से विभिन्न ग्रहों के गोचर पर आता है जैसे कि शनि का बारहवें, पहले, दूसरे चौथे व आठवें भाव में गोचर करना। बृहस्पति का छठे, आठवें या दसवें भाव में गोचर करना। राहू का चौथे, नवें या बारहवें भाव में गोचर करना। केतू का तीसरे, छठे या आठवें भाव में गोचर करना। इसके अलावा व्यक्ति का बुरा विभिन्न दशाओं में आता है जैसे की व्यक्ति पर बाधक ग्रह की महादशा चलना। व्यक्ति पर छठे भाव के स्वामी की महादशा चलना। व्यक्ति पर मरकेश ग्रह की महादशा चलना। व्यक्ति पर अष्टम भाव के स्वामी की महादशा चलना। व्यक्ति पर बारहवें भाव के स्वामी की महादशा चलना। इसके अलावा कुंडली में विद्यमान ग्रह दोष का विभिन्न दशाओं में सक्रिय होना। पितृदोष का दशमेश की दशा में सक्रिय होना। पाषदोष का पंचमेश की दशा में सçRय होना। केंद्रूम दोष का चंद्र की दशा में सक्रिय होना इत्यादि।