जिंदगी को ऐसे बनाएं हैप्पी-हैप्पी
लोगों के बारे में एक ही धारणा कायम ना कर लें। ना ही सबको एक ही तराजू में
तौलें। हर परिस्थिति अलग होती है और अलग-अलग तरह से प्रतिक्रिया देते हैं।
मन में एक ही बात बैठाकर उसी नजरिए को सही ना मानें।
लोगों के बारे में एक ही धारणा कायम ना कर लें। ना ही सबको एक ही तराजू में
तौलें। हर परिस्थिति अलग होती है और अलग-अलग तरह से प्रतिक्रिया देते हैं।
मन में एक ही बात बैठाकर उसी नजरिए को सही ना मानें।