पेट की गडबडी से बचने के लिए 8 घरेलू उपाय
हारमोन कई महिलाएं माहवारी शुरू होने से पहले पेट में भारीपन, कब्ज और अतिसार की शिकायत करती हैं। माहवारी के शुरू होते ही स्थिति में अचानक बदलाव आता है और यह समस्या अपने आप दूर हो जाती है। सन डियागो में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ के अध्ययनो से पता चलता है कि एस्ट्रोजन हारमोन नसों के तंतुओं को प्रेरित कर आंतो से गुजरने वाले मल की गति को बढा देता है। इसी तरह माहवारी के पहले और माहवारी के दौरान पेट का फूलना एक आम समस्या है। इसका कारण प्रोजस्ट्रॉन हारमोन के स्तर में बदलाव आना है, जो गुर्दे के लिए पानी और नमक को रोककर रखने का संकेत हो सकता है। गर्भवती महिलाओं में पेट की गडबडी, खासतौर से खट्टी डकारें आने की समस्या अधिक होती है। अमेरिकन गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिकल एसोसिएशन के अनुसार 30 से 50 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं इस समस्या की शिकार होती हैै। इसका कारण हारमोनल और शारीरिक बदलाव होता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से पेट के फूले होने और प्रीमेंस्टु्रअल सिंड्रोम के अन्य लक्षणों में सुधार हो सकता है। इसके साथ ही पानी भी अधिक मात्रा में पिएं। खट्टी डकारें खासतौर से गर्भावस्था में छुटकारा पाने के लिए रात को सिर के नीचे कई तकिए लगा कर सोएं। सिट्रस, पिपरमिंट, मिर्च-मसालेदार या फिर टमाटर से बनी चीजें खाने से परहेज करे, क्योंकि ये इस समस्या को बढावा देती हैं।