5 टिप्स-मौसम की भविष्यवाणी में शानदार करियर ऑप्शन
योग्यता इस क्षेत्र में करियर बनाने वालों के लिए जरूरी है कि अभ्यर्थी ने बीएससी या भौतिकी और गणित की पढ़ाई की हो। जिस छात्र ने मेट्रियोलॉजी या एटमॉस्फेरिक साइंस में स्त्रातक किया है उसे भी यहां मौका दिया जाता है। आमतौर पर बीएससी के बाद एमएससी के छात्र ही आगे चलकर स्पेश्लाइज्ड कोर्स कर मौसम वैज्ञानिक बन सकते हैं। जिस छात्र ने भौतिकी के अलावा एमटेक, ओशिनोग्राफी आदि की पढाई की है उसे भी यहां करियर बनाने का अवसर मिलता है। अवसर राज्य या केन्द्र स्तर पर मौसम वैज्ञानिक की नियुक्ति बतौर साइंटिस्ट स्तर पर होती है। इसके लिए यूपीएससी हर साल रिक्त पदों के हिसाब से परीक्षा आयोजित करती है। मीट्रियोलॉजिस्ट यानी मौसम विज्ञानियों की नियुक्ति राज्यों की राजधानी में मौसम विभाग के सेंटरों पर होती है। इसके लिए महानगरों में बनाए गये रीजनल सेंटर पर इन्हें नियुक्त किया जाता है। साइंटिफिक असिस्टेंट और सीनियर आब्जर्वर की नियुक्ति कर्मचारी चयन आयोग करता है।