राइटिंग थैरपी के 4 लाभ
इस थैरेपी से इंसान को अपने रोजना की फीलिंग्स को री-कलैक्ट करने में मदद मिलती है और वह नेगेटिव थॉट्स से बच जाता है। बाद में जब कभी वे अपनी डायरी को दोबारा पढते है, तो उन्हें अपने आप को संभालने में मदद मिलती है।
इस थैरेपी से इंसान को अपने रोजना की फीलिंग्स को री-कलैक्ट करने में मदद मिलती है और वह नेगेटिव थॉट्स से बच जाता है। बाद में जब कभी वे अपनी डायरी को दोबारा पढते है, तो उन्हें अपने आप को संभालने में मदद मिलती है।