जन्मकुंडल के साथ रक्तकुंडल का मिलना भी जरूरी
आज डायबिटीज और कैंसर पीडितों की एक बडी आबादी आनुवांशिक कराणों से प्रभावित है। चिकित्सकों का कहना है कि अगर माता-पिता दोनों के वंशवृक्ष में ऎसी बिमारियों के जीन मौजूद है तो अगली पीढी को रोगों के होने की संभावना कई गुना बढ जाती है।