BP को नियंत्रण में रखने के साथ ही पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करती है मूली
मूत्ररोग
मूली
के रस का सेवन मूत्ररोग या इससे संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या में
फायदेमंद साबित होता है। यह मूत्र मार्ग के हानिकारक तत्वों को खत्म कर
संक्रमण फैलने से बचाता है और जलन, सूजन व अन्य समस्याओं से निजात दिलाती
है।
इम्यूनिटी
मूली में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया
जाता है जो इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है। इम्यूनिटी सिस्टम
के मजबूत होने पर सर्दियों में होने वाले कफ और सर्दी-जुकाम से आपका बचाव
होता है। मूली शरीर से सूजन और जलन कम करने के साथ उम्र को बढऩे से रोकने
में भी सहायक है।
दांतों के लिए फायदेमंद
दांतों का पीलापन
खत्म करने में मूली मददगार साबित होती है। दाँतों का पीलापन दूर करने के
लिए आप मूली के छोटे टुकड़ों में नींबू का रस डालकर दांतों पर रगड़ें या
कुछ देर तक चबाते रहें और फिर थूक दें। इस तरह से दांतों का पीलापन कम
होगा। मूली के रस का कुल्ला करने पर भी दांत मजबूत होंगे।
गले में दर्द
अगर
गले में दर्द या सूजन हो तो मूली के रस में सेंधा नमक मिलाकर गरम करें और
इस गुनगुने पानी से गरारे करें। इससे गले की सिकाई होगी और सूजन कम होती
है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
त्वचा को बेदाग, नर्म और मुलायम
बनाने के लिए मूली के पत्तों का रस त्वचा पर लगाएं। इसके अलावा इसका पेस्ट
बनाकर भी त्वचा पर लगाया जा सकता है। यह रूखी और खुश्क त्वचा से निजात
दिलाएगा और त्वचा को बेदाग बनाएगा।