दक्षिणमुखी घर लेते समय इन बातों का रखें ध्यान...
जब भी आप दक्षिणमुखी घर बनवाएं घर को जमीन से करीब एक से दो फुट ऊंचा कर
बनवाएं। इससे दोष कम होगा। याद रखें भवन का फर्श या जमीन कहीं से भी
उबड़-खाबड़ या तेढ़ा-मेढा न हो। साफ-सफाई के लिए थोड़ा ढाल देना चाहें तो
उत्तर, पूर्व दिशा या ईशान कोण की ओर ही दें। वहीं प्लॉट के खुले भाग का
ढाल भी उत्तर, पूर्व दिशा एवं ईशान कोण की ओर होनी चाहिए।
दक्षिणमुखी
घर या प्लाट से अगर गंदे पानी की निकासी उत्तर या पूर्व दिशा में कभी न
होने दें। बाउंड्री वॉल से सटा कर पूर्व ईशान से में नाली बनाकर पूर्व
आग्नेय की ओर बहाव रखें या उत्तर ईशान से नाली बनाकर उत्तर की ओर निकालें।
दक्षिणमुखी
प्लाट लेने से पहले यह देख लें कि सामने का खाली जगह हो। या घर ले रहे तो
घर के सामने कुछ स्थान खाली हो। ऐसा वास्तुदोष को कम करता है।